हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,सुलतानपुर में सोमवार को पूरे जिले में चेहल्लुम का जुलूस निकला। शहर के इमामबाड़ा अबुतालिब से शुरू हुए जुलूस की मजलिस को मौलाना बबर अली खां ने संबोधित किया।
मौलाना ने अपने संबोधन में कहा कि इमाम हुसैन के घरवालों को एक साल की कैद के बाद शाम के कैदखाने से रिहा किया गया।
उन्होंने बताया कि रिहाई के बाद यह काफिला चेहल्लुम के दिन ही कर्बला पहुंचा, जहां इमाम हुसैन की बहन जनाबे जैनब ने अपने भाई की कब्र पर मातम किया और देर तक रोती रहीं। जनाबे जैनब ने कहा, "भैया, जो अमानत आपने हमें सौंपी थी, उसे हमने शाम के कैदखाने में दफन कर दिया।इसके बाद काफिला कर्बला से मदीना के लिए रवाना हुआ।
शहर के खैराबाद मोहल्ले से जुलूस निकला, जो अन्नू चौराहा, बाधमंडी, जामे अरबीया गेट, दरियापुर तिराहा होते हुए घासीगंज कर्बला पहुंचा, जहां ताजिया को दफन किया गया। शिया कमेटी के अजादार हुसैन ने यह जानकारी दी।